रेमडेसिवर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के आठ आरोपी गिरफ्तार

उज्‍जैन समाचार। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उज्जैन संभाग श्री योगेश देशमुख ने कोविड महामारी के दौरान लगातार रेमडिसिवर इन्जेक्सन की कालाबाजारी को रोकने हेतु पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक महोदय (शहर) श्री अमरेन्द्र सिंह तथा सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिये हैं। इसी निर्देशों के परिपालन में थाना चिमनगंज एवं सायबर सेल की संयुक्‍त टीम ने रेमडेसिवर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के आठ सदस्‍यों को पकड़ा है। साथ ही आरोपियों के कब्‍जे से तीन रेमडेसिविर इंजेक्‍शन, दो एंटीबायोटिक इंजेक्‍शन और एक एक्टिवा भी पुलिस ने बरामद की है।

25 अप्रैल को थाना चिमनगंज एवं सायबर प्रभारी एवं उनकी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीन लोग एलाउंस सिटी के सामने आगर रोड के पास रेमडेसिविर इंजेक्शन को ऊँचे दामों पर बेचने के फिराक में खड़े हैं। सूचना पर टीम ने मुखबिर के बताए स्‍थान पर घेराबंदी कर लोकेश आंजना, प्रियेश और भानु प्रताप सिंह को पकड़ा। तीनो व्‍यक्तियों की तलाशी लेने पर उनके पास से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राप्‍त हुआ। जिसे पुलिस ने जब्‍त कर लिया है। साथ ही उनके पास से एक दो पहिया वाहन भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन दो व्यक्तियों वैभव पांचाल व हरिओम से खरीदना बताया। आरोपियों की निशानदेही पर दोनों को गिरफ्तार कर उनके कब्‍जे से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन व एंटी बायोटिक इंजेक्शन पुलिस ने जप्त किया। वैभव और हरिओम से पूछताछ करने पर उन्‍होंने बताया कि ये इंजेक्‍शन वे आयसोलेशन वार्ड में काम करने वाले अपने तीन साथियों सरफराज, कुलदीप और राजेश नरवरिया से खरीदते हैं। पुलिस ने तीनो को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन व एक एंटी बायोटिक इंजेक्शन जप्त किया है। आरोपियों ने संक्रमित मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन न लगाते हुए उसको ऊँचे दामों में बेचना कबूल किया है। इस प्रकार पुलिस ने तीन नग रेमडिसिवर इन्जेक्शन, दो नग मेरेफिनम एन्टीबायोटिक इंजेक्‍शन और  एक एक्टिवा वाहन जब्‍त किया है। गिरोह के तीन सदस्‍य देशमुख अस्पताल के कर्मचारी है तथा शेष पांच सदस्य आर डी गार्डी मेडिकल कालेज के अध्यनरत छात्र और पासआउट छात्र है।  

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