महिलाओं के विरूद्ध अपराधों की त्वरित विवेचना कर अपराधी को शीघ्र दण्डित कराएं ताकि समाज में सकारात्मक संदेश पहुँचे- डीजीपी
भोपाल समाचार। पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी ने आज पुलिस मुख्यालय से वीडियो काँफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिला पुलिस अधीक्षकों तथा जोनल एडीजी/आईजी से चर्चा कर महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों, ऊर्जा डेस्क, महिला थाना तथा महिला डेस्क के कार्यों की समीक्षा की।
डीजीपी श्री जौहरी ने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों की त्वरित विवेचना करें ताकि अपराधी को जल्द से जल्द सजा हो सके। इससे समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा तथा संभावित अपराधों में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि इन प्रकरणों में समय पर गिरफ्तारी कर पुख्ता सबूत संकलित करके समय पर चालान प्रस्तुत करें। बालात्संग प्रकरणों की जाँच दो माह की निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने तथा नाबालिकों की गुमशुदी के प्रकरणों में तफ्तीश के लिये शुरूवाती दो-तीन सप्ताह अति महत्वपूर्ण होते हैं अत: लापरवाही पाए जाने पर संबंधित थाना प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
डीजीपी श्री जौहरी ने कहा कि महिला ऊर्जा डेस्क के कुशल संचालन के लिये एसओपी, मुख्यालय द्वारा जारी सर्कुलर्स् तथा निर्देशों का गहनता से अध्ययन कर गंभीरता से पालन करें। उन्होंने महिला डेस्क के कार्यों की समीक्षा कर निर्देशित किया कि अन्य विभागों से निराकृत होने वाली शिकायतों के लिये रेफरल फार्म संबंधित विभागों को भेजें तथा फालोअप करें। इन विभागों से समन्वय कर समस्याएं हल कराएं इससे पुलिस का सकारात्मक पहलु आमजन में परिलक्षित होगा। आज से गुमशुदा नाबालिक बालिकाओं की दस्तयाबी के लिये ”ऑपरेशन मुस्कान” प्रारंभ हो रहा है। पूरी तन्मयता से इसे सफलता की नयी ऊँचाई देना है। बालिकाओें को सतर्क एवं जागरूक करने के लिए स्थानीय स्तर पर सामाजिक संगठनों तथा प्रबुद्धजन के सहयोग तथा सहभागिता से जागरूकता अभियान चलाएं।
एडीजी (सीएडब्ल्यू) श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने भी समीक्षा के दौरान महिलाओें के विरूद्ध घटित अपराधों के आँकडों पर चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के महिला थानों को चार पहिया वाहन आवंटित किये जा चुके हैं। प्रदेश की सात सौ ऊजा डेस्क को कम्प्यूटर उपलब्ध कराए गए हैं। अन्य आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति भी यथाशीघ्र सुनिश्चित की जा रही है। इस दौरान एआईजी (सीएडब्ल्यू) श्री शशिकांत शुक्ला सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।