उपचार करने और करवाने में उदासीनता नहीं बरते चिकित्सा अधिकारी

भोपाल समाचार (MPIB) :सिविल सर्जन और  जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है कि मरीज का  जरूरी   उपचार  करवाएँ। इसके लिए किसी आदेश, निर्देश  की प्रतीक्षा नहीं करें । राज्य शासन की स्वास्थ्य योजनाएँ आम आदमी को उपचार देने के लिए हैं। उपचार करने में देरी और लापरवाही होती  है तो इसके लिए सीधे तौर पर  क्रियान्वयन करने के स्तर पर  निर्णय लेने वाले  अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उदासीन रहने और काम चल जाता है जैसी बातों से बचना चाहिए।  लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने शनिवार को  सागर जिला चिकित्सालय के पोषण पुनर्वास केंद्र में  कटे-फटे  होठ के कारण  आहार नहीं ले पाने वाले 2 वर्षीय बालक की माता सरस्वती से बात करने के बाद यह निर्देश दिए।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बालक की माँ  श्रीमती सरस्वती को कहा कि सरकार  कटे होठ वाले  बच्चों की सर्जरी विशेषज्ञता वाले अस्पतालों में नि:शुल्क करवाती है।  उन्होंने सागर  सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि सरस्वती को उनके बच्चे के साथ तत्काल भोपाल के  विशेषज्ञता वाले चिकित्सालय में सर्जरी और  उपचार के लिए भेजने की  व्यवस्था करें।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी आज  चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही स्वास्थ सुविधाओं के संबंध में  वीडियो काल कर सीधे बातचीत कर रहे थे।  स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी  प्रदेश के  जिला चिकित्सालयों  में भर्ती मरीजों से वीडियो कॉल कर सीधे बातचीत करते हैं। वह मरीजों से  उन्हें अस्पताल  मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं  और सुविधाओं की जानकारी लेते हैं।  इसी क्रम में   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने  बाछलोन गाँव के  सरस्वती के 2 वर्षीय पुत्र के  पुनर्वास केंद्र में भर्ती होने पर सरस्वती से उनके पुत्र को मिल रहे उपचार और पोषण आहार  के बारे में जानकारी प्राप्त कर की।   स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी को अवगत कराया गया कि बच्चे के जन्म से ही होठ  कटे फटे हैं, जिससे उसे पोषण आहार लेने में कठिनाई होती है।

स्वास्थ्य सेवाओं की जानी जमीनी हकीकत

 लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. चौधरी ने  जिला पन्ना एवं सागर के जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों से सीधा संवाद कर उनके स्वास्थ्य और उनको दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की  गुणवत्ता के संबंध में जमीनी हकीकत को जाना।

सागर जिला चिकित्सालय  में भर्ती मरीजों से  उन्होंने सीधा संवाद किया। भागबाई निवासी नितर्रा एवं हेमलता निवासी तिली से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से सर्वप्रथम जच्चा-बच्चा की जानकारी प्राप्त की, तत्पश्चात प्रसव उपरांत जच्चा-बच्चा को मिलने वाली शासकीय सुविधाओं एवं खाद्य सामग्री की गुणवत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए प्रसूती महिलाओं से अपने बच्चों सहित घर पहुँचने एवं अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। ढाना निवासी वेदांस स्वामी, जो कि 25 मार्च से पीलिया रोग से पीड़ित होने के कारण भर्ती हैं, उनसे पूछे जाने पर उनके परिजन ने बताया कि यहाँ इलाज अच्छे से किया जा रहा है।

इसी प्रकार जिला पन्ना में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी द्वारा जिला चिकित्सालय पन्ना में भर्ती मरीजों से सीधे वीडियो कॉल के माध्यम से संवाद किया।

श्रीमती सुमित्रा पति रामनरेश कुशवाहा उम्र 36 वर्ष निवासी गढ़ी पडरिया पन्ना, वार्ड में बुखार से पीड़ित एवं श्री हुसनेन पिता छिद्दे उम्र 2 वर्ष निवासी अजयगढ़ दस्त एवं बुखार से पीड़ित होने पर भर्ती हुए। उनके पिता एवं श्रीमती चिन्ता देवी पति श्री रतन लाल उम्र 55 वर्ष निवासी नवस्ता पन्ना हाईपर टेंशन एवं एंटीरियल इस्बीमिया पीड़ित एवं श्रीमती संगीता पति श्री सुनील गोड निवासी चंबा, हाईपर टेंशन एवं प्रेगनेंसी होने के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों द्वारा अस्पताल में स्टाफ का व्यवहार, साफ-सफाई तथा दवाईयों की उपलब्धता के संबंध में पूछे जाने पर संतुष्टि व्यक्त की गई।

 श्री भूरा पिता श्री सकुरतन कोरी उम्र 45 वर्ष निवासी बरियापुर पन्ना पेट में पानी भरने की बीमारी से भर्ती हुए। उनके द्वारा बताया गया कि पेट का पानी निकाल दिया गया है, स्टाफ का व्यवहार, साफ-सफाई तथा दवाईयाँ एवं खाने की गुणवत्ता के संबंध में पूछे जाने पर संतुष्टि व्यक्त की।

श्रीमती शिवानी राजपूत पति श्री इंद्रपाल सिंह उम्र 36 वर्ष निवासी देवरी जिला पन्ना का प्रसव सीज़र द्वारा हुआ।  मंत्री द्वारा पूछे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि सीज़र में कोई समस्या नहीं आई।

महेश दुबे
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