विदाई समारोह में अति. मुख्य सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज ने कहा सकारात्मक रहते हुए जरूरतमंद की मदद करना ही राजकीय सेवक का परम धर्म

राजस्थान समाचार : राजकीय सेवक को आमजन की तकलीफ को सुनकर उसका निदान करना चाहिये व सकारात्मक भाव रखते हुए उनकी भरपूर मदद करनी चाहिये । हमारा हर संभव प्रयास होना चाहिये कि जनता के साथ-साथ सरकार में अपने मातहत अधिकारी व कर्मचारी भी खुश रहने चाहिये ।
ये उद्गार केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में प्रतिनियुक्ति हेतु गुरूवार को कार्यमुक्त हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से उनके सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के अधिकारी को विजन लेकर कार्य करना चाहिये व उसका लक्ष्य यह होना चाहिये कि वर्तमान में होने वाले नीतिगत निर्णयों, कार्यक्रमों व योजनाओं के माध्यम से आगामी 10-20 वर्ष के पश्चात्त उस विभाग का स्वरूप कैसा होगा व रोजमर्रा के कायोर्ं के लिये अपने मातहत अधिकारियों की टीम के माध्यम से कायोर्ं को गति देनी चाहिये। 
इस अवसर पर शासन सचिव, ग्रामीण विकास एवं आयुक्त मनरेगा श्री पी0सी0 किशन ने कहा कि सिंह ने सात माह से अधिक के अल्प समय में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की लगभग सभी शाखाओं की योजनाओं व कार्यक्रमों को गति दी । 
स्वागत भाषण से पहले श्री किशन ने श्री सिंह को साफा ओढ़ा कर,माला पहना कर व स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । 
इस मौके पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों ने सिंह का माल्यार्पण कर उनके साथ कार्य के अनुभवों को साझा किया ।

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