सात वर्षीय बालिका का अपहरण कर नृशंस हत्या करने वाले आरोपी को राजगढ़ पुलिस ने पकड़ा
राजगढ़ समाचार। जिले के थाना नरसिहंगढ में चार जुलाई 2020 को एक बालिका उम्र सात वर्ष निवासी अम्बेडकर नगर का अज्ञात व्यक्ति द्वारा गांव में स्कूल के पास से अपहरण करने की सूचना पर प्राप्त हुई। सूचना अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक राजगढ़ श्री प्रदीप शर्मा द्वारा पुलिस टीमें गठित कर ग्राम एवं आस-पास के क्षेत्रों में सर्चिंग कराई गई साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनकामना प्रसाद एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस नरसिहंगढ़ श्री भारतेन्दु शर्मा के मार्गदर्शन में पुलिस टीमों द्वारा लगातार बालिका को दस्तयाबी के प्रयास किये गये।
इसी तारतम्य में 17 मई 2021 को बेदरा तालाब में नरकंकाल होने की सूचना मिली। सूचना पर थाना प्रभारी नरसिंहगढ़ निरीक्षक श्री रविन्द्र चावरिया द्वारा पुलिस टीम के साथ पहुंचकर नरकंकाल की सूचना वरिष्ठ अधिकारियो को दी गई तथा एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर निरीक्षण कराया गया। निरीक्षण के दौरान छोटे बच्चे का नरकंकाल होने की संभावना पर मौजूद कंकाल को जप्त कर नर कंकाल का पीएम कराया जाकर पीएम रिपोर्ट प्राप्त की गई, जिसमें डॉक्टर द्वारा नर कंकाल लगभग सात वर्ष की बालिका का होना पाया जाने से प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये। आस-पास के गाँव में सात वर्ष करीब की मृत बालिकायों की जानकारी ली गई। इस उम्र की बालिका के सबंध मे कोई जानकारी न मिलने पर थाना नरसिहंगढ के अपहर्ता के माता-पिता और कंकाल का डीएनए परीक्षण कराया गया जिसमें अपहर्ता के माता-पिता का डीएनए और नरकंकाल का डीएनए आपस में मिलान होने पर अपराध में धारा 302, 201 भादवि का इजाफा किया गया।
एसडीओपी श्री भारतेन्दु शर्मा के मार्गदशन में पुलिस टीम को अज्ञात आरोपी की पतारसी के लिए लगाया गया। प्रकरण से जुडे व्यक्तियों से सूक्ष्मता से पूछताछ की जा रही थी, गवाहों से बालिका के गुम होने की दिनांक से अब तक पूछताछ के दौरान भवरलाल नट निवासी अम्बेडकर नगर पुलिस के सामने आने से कतरा रहा था। पुलिस टीम द्वारा भवरलाल नट को पकड़कर बारीकी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि चार वर्ष पूर्व आरोपी भवरलाल का लडका राहूल नट, अन्य आरोपी कैलाश जोशी, माखन जोशी, राजकुमार जोशी एवं सुनील हरिजन सर्व निवासी ग्राम अम्बेडकर नगर के साथ पास्को एक्ट के अपराध में जेल गया था। जिसमे कैलाश जोशी का लड़का माखन जोशी अपराध में फरार होने से आरोपी भवरलाल के लड़के राहुल नट की जमानत नही हो रही थी। आऱोपी भवरलाल बार-बार कैलाश जोशी से बोलता था कि अपने लड़के को पेश करवा दो वहीं माखन जोशी कोर्ट के समक्ष पेश नही हो रहा था। इसी बात को लेकर भवरलाल नट एवं कैलाश जोशी मे आपसी रंजिश चल रही थी और गांव के नट समाज एवं कैलाश जोशी में जमीन एवं मकान को लेकर झगड़ा चल रहा था।
आरोपी भवरलाल नट को कैलाश जोशी से बदला लेने के लिए एक योजना सूझी, आऱोपी भवरलाल नट ने मांगीलाल नट की लड़की का सहारा लिया और उसे मौत की नींद सुला दिया, बारिश से बचने के लिये वह लड़की आऱोपी भवरलाल के घर में जाकर छुप गई थी तभी रंजिश का फायदा उठाने के लिये आरोपी ने उक्त बालिका की गला दवाकर हत्या कर दी और घर के पास बने ओटले के पीछे खड्डा खोदकर उसे गाड़ दिया। आरोपी ने देखा की करीब एक साल बाद भी कैलाश जोशी का कुछ नही हुआ तो फिर आरोपी ने योजना बद्ध तरीके से कंकाल को खोदकर निकाल कर मौका देखकर हाईवे किनारे बांडा बेदरा तालाब मे नारायण बाथम के तम्बू से कुछ दूरी पर दिखने के स्थान पर सीमेंट की बोरी पर कंकाल को रखकर खोपडी को बास के ठिये पर टांगकर स्कूल की फ्राक टांगदी जिससे लोगों को दिख जांये ओर पुलिस को खबर मिल जाए। आरोपी ने गुमराह करते हुये कैलाश जोशी को फसाने के लिये बच्ची का अपहर्ण कर गला दवाकर हत्या कर शव को गाड़ दिया था। अंधे कत्ल के खुलासा करने में एसडीओपी नरसिंहगढ श्री भारतेन्दु शर्मा, निरीक्षक रविन्द्र चावरिया तथा उनकी पुलिस टीम की उल्लेखनीय भूमिका रही है।