रेलवे परिक्षेत्र में सक्रिय अपराधियों में रेलवे पुलिस की कार्यवाही से हड़कंप

भोपाल समाचार। शासकीय रेल पुलिस द्वारा अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिये लगातार ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है। पिछले दिनों अवैध वेंडरों के खिलाफ मुहिम चलाकर बड़ी कार्यवाही की गई जिसमें तीन जीआरपी थानों में 15 लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा एवं धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कर मामला विवेचना में लिया गया है। जीआरपी के इतिहास में यह पहली बार इतनी बड़ी कार्यवाही अवैध वेंडरों के खिलाफ हुई है। लगभग 1200 वेंडरों की वैधानिकता का परीक्षण किया गया है एवं सैंकड़ों अवैध वेंडरों के खिलाफ लगभग एक लाख 20 हजार रूपये का अर्थदण्‍ड आरोपित किया गया है। 

      इसी क्रम में शासकीय रेल पुलिस इकाई भोपाल के सभी थाना क्षेत्रों में घटित अपराधों में पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ के दौरान एक विशेष तथ्‍य सामने आया है कि यहां अपराधियों की पुनरावृत्ति करते हुए अपराध करने की काफी प्रवृत्ति है। रेल परिक्षेत्र, चलित ट्रेन एवं प्‍लेटफार्म में चोरी या अन्‍य संपत्ति संबंधी अपराध घटित करने की एक विशेष विधा होती है। इस विधा में सफल होने पर अपराधी प्राय: अभ्‍यासिक होकर बार-बार अपराध करने लगते हैं। पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ के दौरान पूर्व की गई वारदातों का खुलासा होने की स्थिति प्रकाश में आती रही है। इस तथ्‍य को ध्‍यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल श्री हितेश चौधरी ने अभ्‍यासिक अपराधियों की गतिविधियों पर कठोर अंकुश लगाने का निर्देश अधीनस्‍थ अधिकारियों को दिए है। रेल इकाई भोपाल के 10 थानों खंडवा, आमला, इटारसी, हबीबगंज, भोपाल, ग्‍वालियर बीजी, ग्‍वालियर एनजी एवं मुरैना के थाना प्रभारियों को निर्देश दिये गये है कि वे अपने थाना क्षेत्र के वर्तमान में सबसे सक्रिय अपराधियों के फोटो एवं अपराधिक विवरण थाना के नोटिस बोर्ड पर चस्‍पा करें। इस प्रकार सक्रिय अपराधियों के फोटो एवं अपराधिक विवरण डिस्‍प्‍ले किए जाने से थाना क्षेत्र के अधिकारियों, कर्मचारियों, रेल रक्षा समिति के सदस्‍यों एवं अन्‍य आवागमन करने वाले व्‍यक्तियों को इन अपराधियों की शक्‍ल-सूरत से अवगत कराते हुए इनकी गतिविधियों पर अंकुश रखने की मंशा है। इस प्रयास से बार-बार अपराध करने वाले इन सक्रिय अपराधियों की अपराधिक घटना कारित करने की कोशिश को अपराध से पहले ही नियंत्रित करने की कार्य योजना है। इस प्रकार सक्रिय अपराधियों को लगातार पुलिस की नजरों की रडार में रखा जाएगा। रेलवे परिक्षेत्र में इन अपराधियों की उपस्थिति को पूर्ण संदिग्‍धता के मददेनजर प्रथम दृष्‍टया परीक्षण किया जा सकेगा। 

      इसी तारतम्‍य में ट्रेनों में ”सतत् सुरक्षित यात्रा के संकल्‍प वाक्‍य ”को चरितार्थ करने  के लिये प्रतिबद्व होते हुये इकाई के समस्‍त थाना प्रभारियों को  दिये गये निर्देशों के पालन में रेलवे प्रक्षेत्र में 43 सक्रिय अपराधी चिन्हित किये जाकर उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने हेतु विशेष अभियान चलाया जाकर उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किये जाकर उनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखी जा रही है, रेलवे पुलिस की इस कार्यवाही के कारण 18 सक्रिय अपराधी वर्तमान में जेल में 16 सक्रिय अपराधियों ने अपराध का रास्‍ता छोड़कर मजदूरी करना प्रारंभ कर दिया है तथा नौ सक्रिय अपराधी अपने निवास स्‍थान पर चैंकिंग के दौरान उपस्थित नही मिले हैं जिनकी निगरानी निरंतर की जा रही है। रेलवे पुलिस की इस कार्यवाही से रेलवे प्रक्षेत्र में सक्रिय अपराधियों में हड़कंप मच गया है। जिसके कारण कई अपराधियों ने अपराध का रास्‍ता छोड़कर मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर गुजर बसर करना प्रारंभ कर दिया गया है  एवं जो अपराधी जेल में हैं तथा अनुपस्थित हैं उनके परिवार के लोगों ने यह आश्‍वासन दिया है कि इन्‍हें अपराधिक गति‍विधियों से दूर रखने के भरपूर प्रयास किेये जायेगें।

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