बैंक खाते में जमा पैसों की एफ.डी.बनाकर फ्रॉड से बचाव के लिए राज्यo सायबर पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

भोपाल समाचार (MPIB) : अप्रैल 2021/ अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशकराज्‍यसायबर श्री योगेश चौधरी ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि,सायबर अपराधियों द्वारा बैंक के ग्राहकों के इंटरनेट बैंकिंग एप की जानकारी को इस्तेमाल कर पैसा ठगना पाया जा रहा है। किसी माध्यम सेखाताधारक काLogin ID और पासवर्ड प्राप्त कर उनके द्वारा अकांउट में से कुछ राशि की e-TDR/फिक्सडिपाजिट कर दी जाती है। इस प्रक्रिया में OTP की आवश्यकता नहीं होने से खाताधारक के बैंक खाते से रुपये कट कर एक नया एफडी खाता बन जाता है और Balance में उतने रुपये कम दिखाई देते हैं। FD के बनने से संबंधित एसएमएसखाताधारक के मोबाइल नम्बर पर प्राप्त होता है जिसमें एफडी की राशि का उल्लेख होता है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि खाताधारकके खाते से उक्त राशि निकाल ली गयी है। इसी संदर्भ में ठगों द्वारा फोन कॉल पर बैंककर्मी बनकर खाते संबंधी Details बताते हैं, जिससे खाताधारकको विश्वास हो जाता है कि वह बैंककर्मी ही हैं। ठगों द्वारा खाताधारक से डेबिट रोकने के लिए प्रोसेस करके पैसा रुकवाने के लिये खाताधारक से मोबाइल नम्बर पर आये ओटीपी को पूछते हैं, और जैसे ही खाताधारकअपना ओटीपी बताते हैं, खाताधारकखाते से शेषराशिधोखाधडी पूर्वक निकाल ली जाती है। श्री चौधरी ने कहा कि बैंक स्टेटमेंट में E-TDR/E-STDR (ELECTRONIC TERM DEPOSIT /ELECTRONIC SPECIAL TERM DEPOSIT) के रुप में Debit हुई राशि असल में Debit नहीं होती है, बल्कि खाताधारक के खाते में ही रहती है। इसलिये किसी भी स्थिति में OTP, cw. Expiry Date तथा Date of Birth आदि की जानकारी Share ना करें। मैसेज समझ न आने पर बैंक की मदद लें, क्योंकि खाते की राशि को Fixed Deposit (TDR/STDR) करने के लिये OTP की आवश्यकता नहीं होती, इसी कारण ठगी करने वाला खाताधारककी इंटरनेट बैंकिंग को एक्सेस कर राशि की FD बना देते हैं। यदि आप ऑनलाइन बैंकिंग उपयोग करते हैं तो समय-समय पर उसका पासवर्ड बदलते रहें। अपने पासवर्ड को किसी के साथ साझा न करें, क्योंकि कोई भी बैंक आपसे आपका ओटीपी नहीं पूछता। अन्जान मेल अथवा मैसेज पर प्राप्त लिंक पर विश्वास न करें, और न ही ऐसी लिंक के माध्यम से खुले वेब पेजों पर अपनी निजी व बैंक अकाउंट संबंधी जानकारी डालें। यदि आपके साथ ऐसा कोई अपराध या ठगी होती है तो तुरंत पुलिस थाने जाकर या ऑनलाइन www.cybercrime.gov.in या Toll Free नम्बर 155260 पर शिकायत दर्ज करें।

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